प्रेषक : विशाल …
हैल्लो दोस्तों, में आपका दोस्त विशाल फिर से आपके लिए एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ। यह स्टोरी 17-2-2016 की सच्ची घटना है, मेरे घर से थोड़ी दूर पर एक 50 साल की आंटी रहती है, उनका नाम सावित्री है, उनके बूब्स 38 साईज के होंगे, उनकी गांड 50 की मोटी माल दिखती है, वो दिखने में 35-36 साल की लगती है, उन्हें देखने से किसी का भी माल गिर जाए।
फिर एक दिन में जॉगिंग कर रहा था, तभी वो आंटी मार्केट जा रही थी। फिर मैंने उन्हें देखा और फिर अपनी करने जॉगिंग लगा, तो पीछे से एक रिक्शे वाले ने आंटी के हाथ पर पीछे से धक्का मार दिया। तो आंटी को खरोच आ गयी और उन्हें पैर में भी चोट लग गयी थी। फिर में दौड़कर गया और उन्हें उठाया और रिक्शे वाले को एक थप्पड़ लगाया, तो वो माफ़ी मांगने लगा और चला गया। फिर मैंने आंटी से पूछा कि आपका घर कहाँ है? तो उन्होंने कहा कि यहीं बगल वाले अपार्टमेंट में है, में चली जाउंगी। तो मैंने कहा कि चलिए में आपको छोड़ देता हूँ। तो उन्होंने कहा कि आप क्यों तकलीफ़ करते हो? जाओ तुम जॉगिंग करो, तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर ऐसे ही 1 हफ्ता गुजर गया, अब में उनको हर दिन देखता और एक स्माइल देता, तो वो भी मेरा रेस्पॉन्स देती थी। फिर एक दिन में अपनी बाइक लेकर सुबह 10 बजे आ रहा था तो मैंने देखा कि आंटी बहुत समान लिए आ रही थी।
फिर में रुका और आंटी से कहा कि आंटी लाओ, में आपकी मदद कर देता हूँ। तो आंटी ने कहा कि नहीं ठीक है। तो मैंने कहा कि ठीक है आप पैदल आओ और मुझे अपने बैग दे दो, तो में आपके घर के पास लेकर जाता हूँ। तो फिर उन्होंने कुछ सोचा और कहा कि ठीक है बेटा ले लो, में अभी भी आंटी को ग़लत नज़र से नहीं देख रहा था। फिर आंटी आई और मुझसे अपने बैग लिए और कहा कि थैंक यू बेटा, तो मैंने कहा कि ठीक है आंटी। फिर उन्होंने कहा कि बेटा ज़रा सामान प्लीज़ घर तक पहुँचा दो, मुझे सीढ़ियाँ चढ़ने में तकलीफ़ होगी। तो मैंने कहा कि हाँ क्यों नहीं आंटी? फिर में आंटी के फ्लोर पर गया और फिर उनके घर के अंदर चला गया, वाउ यार क्या मस्त फ्लेट और रूम था? वो एकदम मस्त बंगला था। फिर मैंने आंटी के ड्राइंग रूम में सब सामान रख दिया। फिर आंटी ने कहा कि बैठो बेटा पानी पीकर जाना, तो मैंने कहा कि नहीं आंटी रहने दीजिए। तो आंटी ने कहा कि नहीं बैठो, में अभी आती हूँ।
फिर मैंने पूछा कि आंटी क्या में आपका घर घूम-घूमकर देख सकता हूँ? तो आंटी हंसी और बोली कि तुम्हें मेरा घर पसंद आया जाओ देखो, में अभी आती हूँ। फिर मैंने उनका पूरा घर देखा, दोस्तों उस घर के आगे एक बंगला भी फैल होगा, क्या मस्त घर था उनका? फिर आंटी कोल्डड्रिंक और भुजिया लेकर आई। फिर मैंने कहा कि आंटी क्यों तकलीफ़ की? तो आंटी बोली कि अरे कोई बात नहीं बेटा लो। तो मैंने कहा कि आंटी आपके घर में कौन-कौन है? तो आंटी ने कहा कि मेरे पति इनकम टैक्स ऑफीसर थे, उनका 2 साल पहले निधन हो गया है। मेरे एक लड़का और एक लड़की है, मेरा लड़का नेवी में है और लड़की की बेंगलूर में पिछले साल शादी हुई है। मेरे साथ मेरी बहन रहती है, वो अभी अपने ससुराल गयी है, वो अगले महीने आएगी। फिर मैंने कहा कि ठीक है आंटी, अब में चलता हूँ। फिर आंटी ने कहा कि अरे तुम्हारा नाम क्या है? में पूछना तो भूल ही गयी। तो मैंने उन्हें अपना नाम बताया और वहाँ से चला गया।
फिर ऐसे ही 2 दिन गुजर गये, फिर अचानक से एक शाम को मैंने देखा कि आंटी बाहर खड़ी थी। फिर में उनके पास गया और पूछा कि क्या हुआ आंटी? तो आंटी ने कहा कि देखो ना विशाल किचन की लाईट बंद हो गयी है, अब में किसको बोलू? कुछ समझ में नहीं आ रहा है। तो मैंने कहा कि चलो में देख लेता हूँ, फिर में गया और वहाँ टूयूब लाईट लगी थी जो मैंने चेंज कर दी और कहा कि लो आंटी हो गयी ना। तो आंटी खुश हो गयी और बोली कि आज तुम नहीं होते, तो में किचन में खाना नहीं बना पाती। फिर हम सोफे पर बैठे और बातें करने लगे। फिर अचानक से मेरी नज़र आंटी के क्लीवेज पर पड़ी, उफ क्या गोरे-गोरे, बड़े बड़े बूब्स थे। अब मेरा लंड खड़ा हो गया था और सोचने लगा कि उनको झट से नीचे सुलाकर चोद दूँ। अब यह सब देखकर मेरी नियत खराब हो गयी थी। फिर मैंने सोचा कि क्यों ना आज ही चोद दूँ? आंटी भी अकेले रहती है, लेकिन कैसे कोई आइडिया भी नहीं आ रहा था।
फिर मैंने कहा कि आंटी में चलता हूँ, तो आंटी ने कहा कि थोड़ी देर रूको। तो मैंने कहा कि ठीक है आंटी, मुझे एक काम है में वो करके आता हूँ, आप तब तक खाना बना लो। तो उन्होंने कहा कि ठीक है बेटा। फिर में अपने घर गया और मेरे घरवालो को इमर्जेन्सी दिखाई और कहा कि मेरे दोस्त के पापा को अटैक आया है, तो में रात को नहीं आ पाउँगा और कल सुबह तक आ जाऊंगा। तो मेरी माँ ने कहा कि ठीक है। फिर में दौड़कर मेरे दोस्त की दवा की दुकान पर गया। फिर मैंने अपने दोस्त को कहा कि भाई एक माल को चोदना है, कोई क्लोरोफोम दे। तो उसने कहा कि भाई क्लोरोफोम तो नहीं है, लेकिन एक दवा है, लेकिन 1 घंटे के बाद असर अच्छे से होगा। फिर मेरे दोस्त ने कहा कि इसकी क्या ज़रूरत है? तो मैंने कहा कि भाई वो किसी और की माल है तो में उसे ये देकर चोदना चाहता हूँ, क्योंकि वो ऐसे मुझे अपनी चूत नहीं देगी। तो मेरे दोस्त ने मुझे वो दवा दी, फिर मैंने वो दवा ली और मेरे दोस्त को कहा कि कल में तुझे पार्टी दूँगा, तो उसने हंसकर कहा कि भाई ठीक है।
फिर में आंटी के यहाँ पहुँचा, जब शाम के 8 बज रहे थे। फिर आंटी ने दरवाजा खोला और बोली कि कहाँ गये थे? तो मैंने कहा कि एक काम था आंटी। फिर में आंटी के पीछे-पीछे किचन में गया, अब आंटी सब्जी बना रही थी। फिर मैंने कहा कि आंटी कोल्डड्रिंक नहीं है, तो आंटी ने कहा कि फ्रीज़ में है निकाल लो। तो में झट से गया और दो गिलास में कोल्डड्रिंक निकाली और आंटी के गिलास में 4 ड्रॉप डालकर कोल्डड्रिंक लेकर गया, तो आंटी ने कोल्डड्रिंक पीने से मना किया। तो मैंने कहा कि प्लीज पी लो, तो फिर आंटी ने कोल्डड्रिंक पी ली। अब मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, अब में आंटी से इधर उधर की बातें करने लगा था। फिर करीब आधे घंटे के बाद आंटी ने कहा कि मेरा सिर घूम रहा है। तो मैंने कहा कि क्या हुआ आंटी? तो आंटी बोली कि कुछ नहीं अचानक से चक्कर आ रहे है। तो मैंने कहा कि चलो आप इधर आओ, फिर में आंटी को लेकर उनके बेड पर गया और उन्हें कहा कि आप थोड़ा आराम करो। फिर में किचन में गया और गैस बंद की और सब डोर लॉक किए और सारी लाइट्स ऑफ कर दी।
फिर में आंटी के पास गया तो मैंने देखा कि आंटी सो रही थी। फिर मैंने उन्हें हिलाया तो उन्होंने नशे की हालत में सिर्फ़ हम्मम्म किया। फिर मैंने उनके दोनों बूब्स प्रेस किए, तो अब आंटी का कोई रिएक्शन नहीं था। अब में बहुत खुश हुआ, फिर मैंने अपने पूरे कपड़े खोल दिए। फिर मैंने आंटी की साड़ी को ऊपर किया और आंटी की पेंटी को नीचे उतार दिया, वाउ क्या मोटी-मोटी चूत थी और उस पर बाल भी थे। लेकिन मैंने नोटीस किया कि आंटी की चूत पर पूरा माल लगा था, जैसे किसी ने उनकी चूत को चोदकर अपना माल उनकी चूत के ऊपर ही निकाल दिया हो। फिर मैंने उनकी चूत को 5 मिनट तक सूँघा, क्या महक थी? फिर मैंने उनकी चूत को दोनों साईड से फैलाया और चाटा, उफ क्या बोलूं दोस्तो? उनकी चूत का स्वाद एकदम नमकीन था। फिर करीब 10-15 मिनट तक में उनकी चूत को चाटता रहा। फिर मैंने आंटी का ब्लाउज खोला, लेकिन उनके बूब्स ब्रा में थे।
फिर मैंने आंटी को पीछे करके उनका ब्लाउज और ब्रा उतार दिया और उनके बूब्स को चूसने लगा, ब्लेक निपल और बड़े-बड़े, गोरे-गोरे बूब्स में उफफफ्फ़ उफ़फ्फ़ क्या मज़ा था? फिर मैंने उनके बूब्स को खूब पीया। फिर मैंने आंटी के होंठ को पकड़कर खूब चूसा, अब मेरा लंड बोल रहा था कि भाई अब चूत में डाल दे। तो मैंने आंटी को पूरा नंगा कर दिया और उनके सारे कपड़े नीचे फेंक दिए। अब चुदाई की बारी आई, फिर मैंने आंटी के दोनों पैर फैला दिए और अपना 6 इंच का लंड आंटी की चूत पर रखा और धक्का देने लगा, लेकिन साला मेरा लंड अंदर नहीं जा रहा था, फिर मैंने अपनी 2 उंगलियाँ घुसाकर खूब ज़ोर जोर से अंदर बाहर किया, तो अब मेरी उंगलियाँ गीली हो गयी थी। फिर मैंने उनकी चूत पूरी फैलाई और अपना लंड पेला, तो मेरा लंड थोड़ा सा अंदर चला गया, लेकिन पूरा अंदर नहीं जा रहा था। फिर मैंने 7-8 बार धक्का मारा तो मेरा लंड अंदर चला गया और आंटी की नींद में आवाज़ आई अहहाहा सस्शहू और फिर चुप हो गयी।
फिर मैंने आंटी को फिर से चोदना चालू किया गप गप गप गप गप गप आहा क्या मज़ा आ रहा था? अब आंटी की चूत गीली थी और मेरा लंड आंटी के माल से गीला होकर गप गप गप गप चुदाई कर रहा था। अब में आंटी को कुत्ते की तरह नोच रहा था और उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से पी रहा था। फिर करीब 30 मिनट के बाद मेरा रस स्पीड से निकलकर आंटी की चूत में चला गया। अब में आई लव यू बोलता रहा और उनका होंठ चूसता रहा। अब मेरा सारा माल आंटी की चूत में गिर गया था और फिर में आंटी के ऊपर ही गिर गया। अब करीब रात के 10 बज रहे थे, फिर में उठा और आंटी को पूरा नंगा देख रहा था। तभी मेरा लंड बोला कि फिर से चोद दे, तो मैंने आंटी को पीछे घुमाया क्या बड़ी गांड थी उनकी? फिर मैंने उनके पूरे बदन पर किस किया, चाटा और फिर अपने दोनों हाथों से आंटी की गांड को फैलाया और उनकी गांड के छेद में अपनी जीभ लगाकर चाटा, वाह अब मुझे क्या मज़ा आ रहा था? फिर करीब 10 मिनट तक उनकी गांड चाटने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था।
फिर मैंने आंटी की गांड को फैलाया और अपना लंड उनकी गांड के छेद पर रखकर अपने लंड से एक धक्का दिया, लेकिन मेरा लंड उनकी गांड में नहीं घुस रहा था। फिर में उठा और बाथरूम की तरफ गया और वहाँ से अपने हाथ में पूरा शैम्पू ढाला और फिर आंटी के पास गया और अपने लंड पर थोड़ा शैम्पू लगाया और फिर आंटी की गांड के छेद पर अपना लंड रख दिया। फिर मैंने अपने लंड को पेला और पेलने लगा और बहुत ज़ोर लगाने के बाद मेरा लंड आधा उनकी गांड के अंदर चला गया। फिर मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा तो मेरा लंड पूरा उनकी गांड के अंदर चला गया और आंटी हल्की सी चीखी अहहाहा। फिर मैंने आंटी की गांड को गप गप चोदना चालू किया, ऊूउउफ्फ क्या मज़ा आ रहा था? फिर करीब 15 मिनट के बाद मेरा माल निकलने वाला था। तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और अपने हाथों से खूब ज़ोर-ज़ोर से हिलाया और आंटी की गांड के छेद में अपना पूरा माल गिरा दिया और अपने पूरे लंड से रगड़ा तो मुझे थोड़ा टाइयर्ड महसूस होने लगा।
फिर में आंटी को पकड़कर सो गया और मुझे कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला। फिर सुबह हो गयी, अब सुबह के 9 बज रहे थे और फिर मैंने देखा तो आंटी सो रही थी। फिर में छुपके से उठा और अपने कपड़े पहने लगा, तो तभी आंटी भी उठ गयी और मुझे और अपने आपको नंगा देखा और कहा कि विशाल बेटा क्या ये सब तुमने सही किया? फिर मैंने कहा कि आंटी मैंने आपके बूब्स देख लिए थे तो में आपके साथ सेक्स करने के लिए पागल हो गया था, इसलिए मैंने आपको नींद की दवा दी। अब आंटी रोने लगी और बोली कि तुम मेरे बेटे की उम्र के हो तुम्हें ये सब अपनी उम्र की लड़की के साथ करना चाहिए था। फिर मैंने देखा कि आंटी की चूत से बेड पर खून लगा था। फिर मैंने अपना सिर नीचे करके अपने कपड़े पहने।
फिर आंटी ने कहा कि आज के बाद तुम मेरे घर पर कभी नहीं आना और ना ही मुझसे बात करना जाओ यहाँ से, तुमने मेरा रेप किया वो भी 50 साल की औरत का, जाकर डूब मरो कहीं ।।
धन्यवाद …